Rashtriya Pioneer Pride: ब्रह्मोस को पहली बार लड़ाकू विमान से दागा ब्रह्मोस को पहली बार लड़ाकू विमान से दागा ================================================================================ Dilip Thakur on 28/11/2017 13:20:00 दुनिया की सबसे घातक मिसाइलों में शामिल बह्मोस को भारत ने पहली बार लड़ाकू विमान सुखोई से दागा। मिसाइल का निशाना सटीक रहा। इस परीक्षण में सफलता मिलने के साथ ही भारत ने ब्रह्मोस को जल, थल और वायु में स्थित प्लेटफार्मों से दागने की क्षमता हासिल कर ली है। नई दिल्ली। दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस को बुधवार को पहली बार वायु सेना के लड़ाकू विमान सुखोई-३० एमकेआई से दागने का सफल परीक्षण किया गया। इस परीक्षण में सफलता मिलने के साथ ही भारत ने दुनिया की सबसे घातक मिसाइलों में से एक ब्रह्मोस को जल, थल और वायु में स्थित प्लेटफार्मों से दागने की क्षमता हासिल कर ली है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार ब्रह्मोस को वायु सेना के लड़ाकू बेड़े की रीढ़ माने जाने वाले सुखोई-30 विमान से बंगाल की खाड़ी में निर्धारित लक्ष्य पर दागा गया और इसने लक्ष्य पर अचूक निशाना साधा। ब्रह्मोस को लड़ाकू विमान से पहली बार दागा गया है और इसके लिए हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ने सुखोई विमान में जरूरी फेरबदल किए थे ताकि वह ढाई टन वजन की मिसाइल को प्रक्षेपित कर सके। इस परीक्षण के साथ ही वायु सेना की मारक क्षमता कई गुना बढ़ गई है। जमीन तथा समुद्र से इसके सफल परीक्षणों के बाद भारत ने हवा से भी इस मिसाइल के प्रक्षेपण की क्षमता हासिल कर ली है। ब्रह्मोस मिसाइल भारत के प्रमुख रक्षा अनुसंधान संगठन डीआरडीओ और रूस के एनपीओएम द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई है।