Rashtriya Pioneer Pride: अजा-जजा के विद्यार्थियों की पंचायत भोपाल में होगी

अजा-जजा के विद्यार्थियों की
पंचायत भोपाल में होगी
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Dilip Thakur on 27/01/2018 13:06:00

होस्टलों का कायाकल्प 31 मार्च
तक, 3 साल से पदस्थ अधीक्षकों को
हटाएं।   मुख्यमंत्री द्वारा
अजा/जजा विद्यार्थियों की
पंचायत शीघ्र ही भोपाल में
आयोजित की  जाएगी। अजा-जजा
होस्टलों का कायाकल्प  31 मार्च
तक पूरा हो जाएगा।

इंदौर। अजा कल्याण राज्य
मंत्री लालसिंह आर्य के अनुसार
मुख्यमंत्री द्वारा अजा/जजा
विद्यार्थियों की पंचायत
शीघ्र ही भोपाल में आयोजित की 
जाएगी। अजा-जजा होस्टलों का
कायाकल्प  31 मार्च तक पूरा हो
जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए
कि 3 साल से कार्यरत होस्टल
अधीक्षकों को हटाकर नजदीक के
स्कूल के शिक्षक को अधीक्षक
बनाया जाए।  राज्य मंत्री श्री
आर्य ने गुरुवार को रेसीडेंसी
कोठी में अजा-जजा कल्याण विभाग
की संभागीय बैठक कामकाज की
समीक्षा की। बैठक में प्रमुख
सचिव अजा कल्याण आशीष उपाध्याय,
आयुक्त अनुसूचित जाति कल्याण
आंनद शर्मा तथा संचालक आदिवासी
विकास राकेश सिंह विशेष रूप से
मौजूद थे। श्री आर्य ने इस अवसर
पर कहा कि सभी अजा-जजा होस्टलों
का कायाकल्प करें। यह कार्य 31
मार्च तक पूरा हो जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों को
निर्देश दिए कि होस्टलों में एक
माह के भीतर सीसीटीवी कैमरे
लगाएं।  बजट की कमी नहीं आने दी
जाएगी। होस्टलों में पेयजल एवं
प्रकाश के मुकम्मल इंतजाम
करें। संभाग के सभी होस्टलों
में अजा/जजा विद्यार्थियों को
देने वाली सुविधाओं के
होर्डिंग लगाएं। होस्टलों में
भोजन एवं पढ़ाई का घर जैसा
वातावरण होना चाहिए। रूचिकर
भोजन प्रतिदिन बदल-बदल कर दें।
अधिकारी, शिक्षक और विद्यार्थी
आत्मसंतुष्टि के लिए कार्य
करें। अधिकारी और शिक्षक
स्कूलों में निरंतर अभिनव
प्रयोग करते रहें। श्री आर्य ने
कहा कि विद्यार्थियों में
आत्मविश्वास विकसित करने के
लिए होस्टलों और स्कूलों में
निबंध व भाषण प्रतियोगिता का
आयोजन किया जाए और समय-समय पर
विद्यार्थियों को डॉ. आम्बेडकर
और संत रविदास के सामाजिक
समरसता के सिद्धांतों का
व्यापक प्रचार-प्रसार किया
जाए। होस्टलों के
विद्यार्थियों को ऐतिहासिक
स्थलों पर पिकनिक पर ले जाया
जाए। इससे उनका सामान्य ज्ञान
बढ़ेगा।  विद्यार्थियों को
एडमिशन होने के बाद तीन माह के
भीतर छात्रवृत्ति मिल जाना
चाहिए। छात्रवृत्ति योजना को
आधार कार्ड से जोड़ा जाए।
विद्याथियों को सिविल सेवा
परीक्षाओं, रेलवे, बैंक सेवा
आदि के लिए प्रेरित किया जाए। 
बैठक में वन अधिकार पट्टे,
विज्ञान प्रोत्साहन योजना,
अजा/जजा बस्तियों में
विद्युतीकरण, विद्यार्थी आवास
योजना, पीईटी, पीएमटी, पीएटी
छात्रवृत्ति योजना, अनुसूचित
बस्ती जाति विकास योजना की
समीक्षा की गई। श्री आर्य ने
अधिकारियों को निर्देशित किया
कि अजा/जजा कल्याण योजनाओं की
हर सप्ताह जिलास्तर पर समीक्षा
करें। वरिष्ठ अधिकारी हर
सप्ताह होस्टलों और स्कूलों का
निरीक्षण करें। स्कूल छोड़ने
वाले बच्चों के संबंध में कारण
का पता लगाए। महाराष्ट्र एवं
गुजरात में यह अभिनव प्रयोग
किया जा चुका है। शीघ्र ही
भोपाल में मुख्यमंत्री द्वारा
अजा/जजा विद्यार्थियों की
पंचायत बुलाई जाएगी। उन्होने
कहा कि छात्र संख्या बढ़ने पर ही
स्कूलों में नए कमरे बनाए
जाएंगे प्रमुख सचिव आदिम जाति
कल्याण आशीष उपाध्याय ने कहा कि
15 फरवरी तक इंदौर संभाग में
अजा/जजा विद्यार्थियों को
छात्रवृत्ति का वितरण हो जाना
चाहिए। 31 मार्च तक होस्टलों में
नवीनीकरण का कार्य पूरा करें।
बैठक में इंदौर संभाग में
उपायुक्त आदिवासी विकास के.के.
श्रीवास्तव सभी सहायक आयुक्त
आदिवासी विकास एवं जनपद
पंचायतों में मुख्य कार्यपालन
अधिकारी मौजूद थे।