Rashtriya Pioneer Pride: टी-20 के टिकट बेचना मुसीबत का काम टी-20 के टिकट बेचना मुसीबत का काम ================================================================================ Dilip Thakur on 21/11/2017 13:07:00 इंदौर में आगामी 22 दिसंबर को होने वाले इंडिया-श्रीलंका के बीच टी-ट्वेंटी मुकाबले की तैयारियों में एमपीसीए के सभी सदस्य जुट गए हैं। इस बार तीन वेब कंपनियों को टिकटों की बिक्री करने की जवाबदारी देने पर मंथन जारी है। होलकर स्टेडियम में साढ़े 26 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था है लेकिन लगातार दो बार से इंटरनेशनल मैचों की टिकटों की बिक्री के गड़बड़झाले के कारण एमपीसीए की छवि धूमिल हुई है। इसी कारण अब तक पदाधिकारियों ने यह निर्णय नहीं लिया है कि किस कंपनी को काम सौंपा जाए। इंदौर। शहर में आगामी 22 दिसंबर को होने वाले इंडिया-श्रीलंका के बीच टी-ट्वेंटी मुकाबले की तैयारियों में एमपीसीए के सभी सदस्य जुट गए हैं। इस बार तीन वेब कंपनियों को टिकटों की बिक्री करने की जवाबदारी देने पर मंथन जारी है। जानकारी के मुताबिक रात्रिकालीन होने वाले मैच के टिकटों की बिक्री के लिए अभी से ही पदाधिकारियों द्वारा योजना बनाई जा रही है। पेटीएम के साथ ही बुक माय शो और एक अन्य वेब कंपनी से टिकटों की बिक्री के मामले में चर्चा के दौर जारी हैं। फिलहाल एमपीसीए के सदस्यों ने इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया है कि किस कंपनी को इस काम के लिए तय किया जाए। यह बात जरुर सामने आई है कि तीन वेब कंपनियों के माध्यम से टिकटों की बिक्री कराने की बात पर सभी पदाधिकारियों द्वारा स्वीकृति दी गई है। इसी तरह आॅनलाइन भी टिकटों की बिक्री होगी। इसके लिए टिकट निर्धारित की संख्या में आरक्षित रखे जाएंगे। ज्ञात रहे कि होलकर स्टेडियम में साढ़े 26 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था है लेकिन लगातार दो बार से इंटरनेशनल मैचों की टिकटों की बिक्री के गड़बड़झाले के कारण एमपीसीए की छवि धूमिल हुई है। इसी कारण अब तक पदाधिकारियों ने यह निर्णय नहीं लिया है कि किस कंपनी को काम सौंपा जाए। हां, यह जरुर है कि फिलहाल ग्राउंड वर्क शुरू हो गया है। इसमें सीटों की दुरस्त करने के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं पर विशेष रुप से ध्यान दिया जा रहा है। सूत्रों की माने तो गत दिनों कलेक्टर निशांत वरवड़े ने मैच के सिलसिले में पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक की थी। उसमें उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि इंडिया-आॅस्ट्रेलिया के बीच हुए मुकाबले में टिकटों की बिक्री में जो त्रुटियां हुई थीं वह इस बार नहीं होना चाहिए। कलेक्टर की फटकार का काफी असर पड़ा है। इसी कारण तो पदाधिकारियों द्वारा मामले में बारिकी से विचार-विमर्श किया जा रहा है। गौरतलब रहे कि पिछले मैच के टिकटों की बिक्री के दौरान चंद मिनटों में ही वेबसाइट हेक हो गई थी। इससे कई लोग टिकट हासिल नहीं कर पाए थे। आॅनलाइन टिकटों की बिक्री होने से रातभर लोग कतार में लगे रहे थे। -- अभी निर्णय नहीं हुआ है। आगामी 8 दिनों का समय और लगेगा। इसके बाद टिकट बिक्री की योजना बना ली जाएगी। आॅनलाइन पर ही विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मिलिंद कनमड़ीकर सचिव, एमपीसीए