देहरादून। 12वीं क्लास का रिजल्ट आया और उसने पूरे राज्य में 11वां स्थान हासिल किया लेकिन उसे रिजल्ट की जानकारी दो दिन बाद लगी। किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण ऐसा नहीं हुआ बल्कि यह सब उस छात्र की खराब आर्थिक स्थिति के कारण हुआ। रिजल्ट जिस दिन घोषित हुआ उस दिन वह घर से कई किलोमीटर दूर पहाड़ पर बर्फबारी वाले क्षेत्र में मजदूरी कर रहा था। दो दिन बाद जब वह घर लौटा तब पता चला कि वह पूरे उत्तराखंड राज्य में मेरिट लिस्ट में 11वें नंबर पर है।
सचिन नामक यह छात्र उत्तराखंड में पिथौरागढ़ क्षेत्र के गौरी पार गांव का रहने वाला है। सचिन के माता-पिता पिथौरागढ़ से कई किलोमीटर दूर पहाड़ों की चोटियों पर प्राकृतिक जड़ी-बूटी ढूंढने का काम करते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। 12वीं की परीक्षा में सचिन को 94.89 प्रतिशत नंबर मिले हैं। सचिन का गांव बर्फबारी के दौरान राज्य के अन्य क्षेत्रों से पूरी तरह कट जाता है। खराब मौसम और खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद सचिन ने मेहनत कर पूरे राज्य में अपना स्थान बनाया। सचिन का कहना है कि जिंदगी में तरह-तरह की परेशानियों का सामना करते हुए भी पढ़ाई से कभी मुंह नहीं मोड़ा। अब सचिन को कॉलेज में एडमिशन लेना है और इसके लिए उन्हें गांव छोड़ कर जाना होगा। कॉलेज की पढ़ाई के लिए पैसा कहां से आएगा यह सवाल भी उनके सामने है? सचिन कॉलेज की पढ़ाई के साथ ही कोई काम भी करना चाहते हैं ताकि पढ़ाई के खर्च का बोझ परिवार पर न पड़े।
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