मुंबई। रेस्टॉरेंट में खाना खाने पर 13 प्रतिशत जीएसटी कम होने का फायदा आम लोगों को होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है क्योंकि सरकार ने रेस्टॉरेंट संचालकों को मिलने वाले इनपुट टैक्स क्रेडिट की छूट खत्म कर दी है। इससे रेस्टॉरेंट संचालक का लाभ कम हो सकता है। इस कारण जीएसटी कम होने के बाद भी रेस्टॉरेंट संचालक खाने के दामों में वृद्धि करने वाले हैं। नए साल में खाने के दामों में 5 से 7 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है। गुवाहाटी में जीएसटी काउंसिल की बैठक में रेस्टॉरेंट में खाने के बिल पर जीएसटी 18 से घटा कर 5 प्रतिशत किया गया था लेकिन इसके साथ ही सरकार ने रेस्टॉरेंट संचालकों को मिलने वाला इनपुट टैक्स क्रेडिट खत्म कर दिया। फेडरेशन आॅफ होटल ऐंड रेस्टॉरेंट एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि इनपुट टैक्स क्रेडिट खत्म होने से होने वाले नुकसान की भरपाई कीमतें बढ़ाकर ही की जा सकती है। रेस्टॉरेंट में उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल, विभिन्न मदों में खर्चों का हर महीने आकलन करने के बाद कारोबारियों को 5 से 7 प्रतिशत तक की इनपुट टैक्स क्रेडिट की छूट मिलती थी। अगर एक रेस्टॉरेंट में एक महीने में 10 लाख रुपए का कारोबार हुआ तो कारोबारी को 50 से 70 हजार रुपए तक की छूट मिलती थी। अब इनपुट टैक्स क्रेडिट खत्म होने से लाभ में कमी आएगी। इसकी पूर्ति करने के लिए भोजन की कीमत में वृद्धि की जाएगी।
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