ईमानदारी से काम करने वाले खुश हैं: विजयवर्गीय

इंदौर। लोकसभा, विधानसभा के अलावा जीएसटी काउंसिल भी अब लोकतंत्र का मंदिर बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने यह निर्णय सर्वसम्मिति से लिया है और यह निर्णय देश हित में ही है। दीवाली मिलन कहें या कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद के लिए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय रविवार को एक बार फिर भाजपा कार्यालय पहुंचे। लगभग डेढ़ माह पूर्व भी वे कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे थे और उसके कुछ समय बाद लोकसभा स्पीकर व सांसद सुमित्रा महाजन भी भाजपा कार्यालय पहुंची थीं। भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं से बातचीत में निश्चित रुप से दीपावली के दौरान व्यापार में आई कमी और जीएसटी का मुद्दा उठा। इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि काले धन का सबसे ज्यादा निवेश सराफा में ही होता है। जीएसटी लागू करने का निर्णय देशहित में है और प्रधानमंत्री मोदी जी देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। जीएसटी काउंसिल को लोकसभा और विधानसभा ने भी शक्तियां दी हैं। आपने कहा कि ईमानदारी से काम करने वाले खुश हैं और जो इधर-उधर के काम करते थे वे नाराज हैं और चिल्ला भी रहे हैं। साथ ही उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि मैं बाजार में भी गया और कुछ असर दिखाई जरुर दिया है। आपने कार्यकर्ताओं को कहा कि जीएसटी का निर्णय मोदी जी ने सभी को साथ में लेकर लिया है और यह बात कार्यकर्ताओं को सभी को बतानी होगी। आपने कहा कि जीएसटी में अगर कुछ सुगमता आ सके ऐसा कोई सुझाव हो तो जरुर बताएं हम इसे पार्टी अध्यक्ष तक जरुर पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि छाती ठोक कर कहेंगे कि यह निर्णय देश हित में है और ये किसी गांधी परिवार के लिए लिया गया निर्णय नहीं है। आपने प्रदेश में पुन: भाजपा सरकार बनाने का भी आह्वान भी कार्यकर्ताओं से किया।