टिकट के लिए भीड़ लगाने वाले गायब थे जयंती पर

इंदौर। पूर्व प्रधानमंत्री स्व.  इंदिरा गांधी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में अधिकांश कांग्रेस नेता और पार्षद गायब रहे। शहर कांग्रेस द्वारा सभी नेताओं और पदाधिकारियों को रविवार सुबह होने वाले कार्यक्रम की जानकारी देने के बावजूद नेतागण नहीं पहुंचे। शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन, वरिष्ठ नेता कृपाशंकर शुक्ला, पूर्व विधायक तुलसी सिलावट, प्रदेश महामंत्री अनिल यादव, सचिव राजेश चौकसे, किसान नेता मोतीसिंह पटेल, देवेंद्रसिंह यादव, जौहर मानपुरवाला, गिरीश जोशी सहित अन्य नेता मौजूद थे। यह नेता ही कांग्रेस संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में हर बार दिखाई देते हैं जबकि चुनाव के दौरान टिकट हासिल करने के लिए शक्ति प्रदर्शन करने वाले नेता इन कार्यक्रमों से हमेशा गायब ही रहते है। किसी वरिष्ठ नेता के इंदौर आगमन पर वहां शक्ति प्रदर्शन करने और धक्का-मुक्की करने में आगे रहने वाले नेता भी नजर नहीं आते हैं और इंदिराजी की जयंती पर भी वे नजर नहीं आए। पूर्व में कई बार शहर कांग्रेस अध्यक्ष टंडन इस बारे में नाराजगी जाहिर कर चुके हैं लेकिन इसका कोई असर नहीं होता। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस का संगठन कितना कमजोर है। जो नेता नहीं संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में नहीं आते हैं और संगठन के निर्देशों का उल्लंघन करते हैं संगठन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाता। इस कारण संगठन और अपने ही वरिष्ठ नेताओं की कोई परवाह नहीं की जाती है। ऐसे मौकों पर वरिष्ठ नेताओं को भी संगठन में अनुशासन की बातें याद आती हैं लेकिन वे कुछ कर नहीं सकते क्योंकि मामला तो ऊपर से ही अनियंत्रित है, किसी एक जिले में किसी एक नेता में इतनी ऊर्जा नहीं है कि अनियंत्रित हो चुके मामले के नियंत्रित कर सके। इसलिए जो चल रहा है उसे ही उचित मान कर संगठन के नेता ऐसे कार्यक्रमों में नेताओं की अनुपस्थिति पर भड़ास निकाल कर अपने मन को शांत कर लेते हैं।