सीएम के आदेश के बाद 3 दिन बीते, जांच रिपोर्ट नहीं मिली

इंदौर। एमवाय अस्पताल में 23 नवंबर को बच्चों के वार्ड में लगी आग की जांच रिपोर्ट अब तक तैयार नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने अगले दिन इंदौर में घोषणा की थी कि तीन दिनों में जांच रिपोर्ट मिल जाएगी। अब कहा जा रहा है कि जांच पूरी होने में कुछ दिन और लगेंगे। गरीबों के लिए पूरे इंदौर संभाग में एक ही सहारा है एमवाय अस्पताल। उज्जैन संभाग के गंभीर मरीज भी यहां पहुंचते हैं। इसके बावजूद यहां अव्यवस्थाएं कभी खत्म होने का नाम नहीं लेती हैं। सरकारी अस्पताल को सेवा के मामले में प्राइवेट अस्पतालों के समकक्ष लाने की कोशिशें तो बहुत हुईं लेकिन कभी भी इन कोशिशों को सफल नहीं होने दिया गया। तभी तो कभी आॅक्सीजन खत्म होने से एक ही रात में सात मरीजों की मौत हो जाती है तो कभी ओटी में गलत गैस सप्लाय होने से दो बच्चे मारे जाते हैं तो कभी बच्चों के वार्ड में आग लग जाती है। शासन भी लाचार है हर हादसे की जांच करा कर चुप बैठ जाता है, इससे ऐसा लगता है कि अव्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार लोग शासन से ज्यादा शक्तिशाली हैं। 
23 नवंबर को बच्चों के वार्ड में आग लगी उस समय 47 बच्चे वहां भर्ती थे। बच्चों के माता-पिता, नर्सों और अन्य स्टाफ ने इन बच्चों को बचाने में पूरी ताकत लगा दी और सभी बच्चों को बचा भी लिया। अब जांच जारी है जैसा कि हर बार होता है। हादसे के अगले दिन मुख्यमंत्री इंदौर प्रवास पर थे। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा था कि तीन दिनों में जांच रिपोर्ट मिल जाएगी, दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। तीन दिन बीत गए लेकिन रिपोर्ट तो अब तैयार ही नहीं की जा सकी है। अब अधिकारी कह रहे हैं कि कुछ दिन और लगेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि सीएम ने कहा है कि रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख भी करें कि व्यवस्थाएं कैसे सुधारी जा सकती हैं। उल्लेखनीय है कि आम लोगों को भी जांच रिपोर्ट और शासन की कार्रवाई का बेसब्री से इंतजार है।