व्यापारी चिल्लाते रह गए, दुकानें टूटती गईं

इंदौर। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम ने रविवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। राजवाड़ा और गोपाल मंदिर के बीच की गली में लगी करीब 180 से अधिक गुमटियों को जेसीबी व पोकलेन मशीनों से तोड कर हटा दिया गया। दुकानों के हटने से राजवाड़ा के पीछे का एक गेट अब दिखाई देने लगा है। इसके पहले दुकानदारों ने जमकर विरोध किया। उन्होंने भाजपा के विरोध में नारेबाजी भी की। सामाजिक कार्यकर्ता किशोर कोडवानी दुकानदारों के बीच पहुंचे और उन्होंने निगम प्रशासन से मांग की कि पहले दुकानदारों को नए स्थान पर जमीन आवंटित की जाए उसके बाद ही यहां से हटाया जाए। जब विरोध बढ़ा तो पुलिस ने कोडवानी सहित कई दुकानदारों को हिरासत में ले लिया और शेष लोगों को वहां खदेड़ दिया।  
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत राजवाड़ा और उसके आसपास के क्षेत्र को संवारने की योजना बनाई गई है। राजवाड़ा के समीप स्थित बांके बिहारी मंदिर और गोपाल मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इसी क्षेत्र में सुभाष चौक स्थित दुर्गा माता मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा चुका है। गोपाल मंदिर की इस गली में पूरे दिन ग्राहकों की भीड़ रहती थी। दुकानदारों के अनुसार वे करीब पचास वर्षों से भी अधिक समय से यहां कारोबार कर रहे थे। निगम प्रशासन ने अचानक शनिवार शाम को सूचना दी कि रविवार को सुबह गुमटियां हटा दी जाएंगी। दुकानदारों ने शनिवार को रात भर दुकानों में से सामान पैक कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। रविवार सुबह राजवाड़ा चौक में दुकानदार और उनके परिवार सड़क पर बैठे थे। इनमें से कई महिलाएं रो रही थीं। दुकानदारों का कहना था कि पहले वैकल्पिक स्थान देना था और फिर यहां से हटाना था। अब हमारे परिवारों की रोजी-रोटी कैसे चलेगी? दुकानदारों और उनके परिजनों ने जमकर नारेबाजी की। वे यह नारा भी लगा रहे थे- हमारी भूल कमल का फूल। उनका कहना था कि रोजी-रोटी का संकट खड़ा होने पर भी भाजपा का कोई भी नेता उन्हें सहयोग देने के लिए आगे नहीं आया। 
नगर निगम के अधिकारी जेसीबी, पोकलेन मशीनें, मलबा उठाने के लिए वाहन और मजदूरों को लेकर वहां पहुंचे थे। भारी पुलिस बल, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी साथ थे। उन्होंने दुकानदारों को समझाने की कोशिश की। इसी बीच सामाजिक कार्यकर्ता किशोर कोडवानी वहां पहुंचे और उन्होंने दुकानदारों की ओर से अधिकारियों से कहा कि पहले नए स्थान पर जमीन आवंटित की जाए उसके बाद ही यहां से हटाया जाए। अधिकारियों ने कहा कि यह पहले ही तय हो गया है कि इन्हें बड़वाली चौकी के समीप पुराने एसपी आॅफिस परिसर में अस्थायी रूप से जगह दी जाएगी और उसके बाद गोपाल मंदिर क्षेत्र में बनने वाले व्यावसायिक कॉम्पलेक्स में दुकानें दी जाएंगी। दुकानदारों और कोडवानी ने कहा कि यही आश्वासन लिखित में हर दुकानदार को दिया जाए। इस पर अधिकारी खामोश हो गए। काफी देर तक जद्दोजहद चलती रही और अंतत: पुलिस ने कोडवानी सहित कई दुकानदारों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद जेसीबी और पोकलेन मशीनों से दुकानों को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया गया। साथ ही मलबा उठाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया।