बच्चों को उनकी इच्छा और योग्यता के अनुरूप आगे बढ़ने दें

इंदौर। महालक्ष्मी नगर स्थित पायोनियर कॉन्वेंट स्कूल का वार्षिकोत्सव संपन्न हुआ। जिसमें बच्चों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। वरिष्ठ रंगकर्मी श्री श्रीराम जोग मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पायोनियर समूह के चेयरमेन सीए डॉ. प्रमोद कुमार जैन ने की। 
मुख्य अतिथि श्री जोग ने संबोधित करते हुए कार्यक्रम में मौजूद अभिभावकों से कहा कि वे बच्चों को उनकी इच्छा और योग्यता के अनुरूप आगे बढ़ने दें तभी वे जीवन में ऊंचाईयों को हासिल कर पाएंगे। पढ़ाई पर तो ध्यान दें लेकिन यह भी देखें कि यदि बच्चा किसी विधा में रूचि रखता है तो उसमें भी उसे आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध कराएं। सचिन तेंडुलकर का उदाहरण देते हुए श्री जोग ने कहा कि सचिन बहुत ज्यादा नहीं पढ़ पाए लेकिन उनमें जो विधा थी उस पर अभिभावकों ने ध्यान दिया तो वे तेजी से आगे बढ़े और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने। पायोनियर समूह के चेअरमेन सीए डॉ. जैन ने कहा कि बच्चों की पेरेंटिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बचपन में ही बच्चों से ज्यादा अपेक्षा कर उन पर इतना बोझ डाला जा रहा है कि बच्चों की दिनचर्या बड़ों के समान हो गई है। सुबह से लेकर रात तक बच्चों के पास बिलकुल भी समय नहीं बच रहा है। वे न तो ठीक से खेल पा रहे हैं, न ही वे परिवार के साथ समय बिता पा रहे हैं। बच्चों को शिक्षा के साथ ही अच्छे संस्कार देना भी जरूरी है। स्कूल में हम बच्चों को अच्छे संस्कार और नैतिक मूल्यों की शिक्षा भी दे रहे हैं ताकि वह बढ़ा होकर बेहतर औैर योग्य नागरिक बन सकें। पायोनियर समूह के डायरेक्टर सीए डॉ. प्रशांत जैन ने कहा कि पायोनियर कॉन्वेंट में बच्चों को शिक्षा देने के साथ ही दैनंदिन जीवन में जिन बातों की जरूरत होती है उनकी जानकारी भी दी जाती है जैसे बिजली, मोबाइल आदि का बिल कहां से आता है, क्यों आता है और इसे कब व कहां जमा कराना पड़ता है। ऐसी ही कई छोटी-छोटी बातों की जानकारी बच्चों को लगातार दी जाती है। इसके अलावा बच्चों को विभिन्न त्यौहारों के आयोजनों के माध्यम से बताया जाता है कि त्यौहारों को क्यों मनाया जाता है। उन्हें भारतीय संस्कृति का ज्ञान अभी से देना जरूरी है।
प्रारंभ में स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती पूनम ठाकुर ने स्वागत भाषण दिया और अतिथियों का स्वागत किया। 
कार्यक्रम में 10वीं कक्षा के बच्चों ने पंजाबी गाने पर ग्रुप डांस की प्रस्तुति दी। इसके बाद नर्सरी, केजी वन और केजी टू के बच्चों ने डांस किया। नौंवी क्लास के बच्चों द्वारा जय-जय कारा गाने पर दी गई प्रस्तुति को सभी ने सराहा। अनुराग शर्मा ने एकल नृत्य प्रस्तुत किया। पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों ने समूह नृत्य किया। पांचवी और छठी कक्षा के बच्चों ने रंग दे बसंती गाने पर प्रस्तुति दी। इसके बाद नौवीं कक्षा के बच्चों ने हिंदी नाटक का मंचन किया। आठवीं, नौवीं और दसवीं कक्षा के बच्चों ने गाने की प्रस्तुति दी। तीसरी और चौथी कक्षा के बच्चों ने अभिभावकों के प्रति आदर व्यक्त करते हुए नृत्य प्रस्तुत किया। बच्चों ने गाने के माध्यम से कैंसर के प्रति लोगों को जागरुक भी किया। चौथी, सातवीं और आठवीं कक्षा के बच्चों ने अंग्रेजी नाटक का मंचन किया। जिसमें सोशल मीडिया का बच्चों पर क्या दुष्प्रभाव पड़ रहा है और उन्हें कैसे इससे बचाएं इसकी जानकारी दी गई। कार्यक्रम में अनुभूति सेवा सदन की तीन बालिकाओं द्वारा दी गई बेहतरीन प्रस्तुति को सभी ने सराहा। इन तीन विशेष बालिकाओं में दो मूक-बधिर थीं। कक्षा सातवीं और आठवीं के विद्यार्थियों द्वारा राजस्थानी गीत रंगीलो म्हारो...ढोलना पर शानदार प्रस्तुत दी गई। कक्षा नौंवी, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों ने दशावतार की प्रस्तुति दी। जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के दशावतार को नृत्य के साथ प्रस्तुत किया गया। अंत में वरिष्ठ शिक्षिका रश्मि हरकरनी ने आभार माना।