इंदौर में कई बार ठहर चुका है बाबा वीरेंद्र दीक्षित

इंदौर। पुलिस जिस बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित को पूरे देश में तलाश रही है वह इंदौर में भी आ चुका है और यहां ठहर भी चुका है। पुलिस मामले की तह में जाने की कोशिश कर रही है। दिल्ली पुलिस बाबा की तलाश में देश भर में उनके आश्रमों पर छापेमारी कर रही है। 
इंदौर में स्थानीय पुलिस ने तीन पुलिया क्षेत्र में एक मकान पर छापा मार कर वहां से दो नाबालिग लड़कियों को हिरासत में लिया था। इस मकान में बाबा का आध्यात्मिक विश्वविद्यालय संचालित हो रहा था। दोनों लड़कियां बिहार की हैं। उन्होंने पूछताछ में पुलिस को बताया कि आश्रम के लिए मकान डेढ़ हजार रुपए प्रतिमाह से किराए पर लिया गया है। यहां कोई अवैध गतिविधि नहीं चलती है। बाबा की सीडी दिखा कर भक्तों को उनके प्रवचन सुनाए जाते हैं और बताया जाता है कि वे कृष्ण के अवतार हैं। दोनों लड़कियों ने कहा कि वे बाबा को कृष्ण का अवतार मान कर उनकी भक्ति करती हैं। पुलिस ने दोनों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस का कहना है कि दोनों लड़कियां बाबा के बारे में कुछ भी गलत नहीं सुनना चाहती थीं। पुलिस दोनों को मनोचिकित्सक से मिलवा कर उनकी मानसिक स्थिति की जानकारी भी लेगी। अब पुलिस यह पता लगा रही है कि आश्रम के लिए किराए परर् िलए गए  मकान का किराया कौन चुका रहा था और आश्रम के अन्य खर्चों को लिए पैसा कौन दे रहा था। आश्रम के आसपास रहने वाले लोगों से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित भी कई बार आकर आश्रम में ठहरे हैं। उनके ठहरने के दौरान आश्रम में उनसे मिलने आने वाले लोगों की भीड़ बढ़ जाती थी। आश्रम में जाने के लिए सीढ़ियां तल मंजिल पर स्थित दुकान के अंदर हैं। दुकानदार सतीश कचोलिया से भी पूछताछ की जा रही है। मकान मालिक से पूछताछ कर यह पता लगाया जा रहा है कि मकान किराए से देते समय थाने में सूचना क्यों नहीं दी गई थी। मकान मालिक के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।