सही रणनीति पर काम कर रही है कांग्रेस

इंदौर। गत कई चुनावों में यह बात देखने में आती थी कि कार्यकर्ताओं के सम्मेलनों में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले लोगों की संख्या अच्छीखासी रहती थी। चाहे छोटा सम्मेलन हो या फिर बड़ा कार्यकर्ताओं का कांग्रेस से भाजपा में जाना लगा रहता था परंतु अब यह उल्टा भी होता नजर आ रहा है। भाजपा के गढ़ कहे जाने वाले विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 2 में लगभग 105 भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो गए। यह क्षेत्र भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का माना जाता है और यहां से भाजपा के दमदार विधायक रमेश मेंदोला चुनाव लड़ते हैं।
कांग्रेस ने इस बार अभी से टिकट घोषित तो नहीं किए हैं परंतु यह माना जा रहा है कि विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 2 से इस बार कांग्रेस के दमदार नेता मोहन सेंगर को टिकट दिया जा सकता है। मोहन सेंगर को ज्योतिरादित्य सिधिंया का वरदहस्त प्राप्त है और कहा जा रहा है कि उन्होंने काफी पहले से चुनाव की तैयारी करने के लिए कह दिया था। इसका परिणाम यह हुआ है कि सेंगर ने वार्ड के अनुसार काम करना आरंभ कर दिया है और भोजन भंडारे के क्षेत्र में भोजन करवाना आरंभ कर दिया है। उनके इस कार्य को काफी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है और भाजपा के कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो रहे है। सेंगर साम-दाम सभी में मजबूत हैं। कहा यह भी जा रहा है कि अगर सेंगर को टिकट दिया गया तब निश्चित रुप से क्षेत्र क्रमांक 2 में चुनावी हिंसा हो सकती है। यह बात भी तय है कि अगर सेंगर को यहां से कांग्रेस के लिए टिकट मिलता है तब भाजपा को इस सीट के लिए भी मेहनत करना होगी क्योंकि सेंगर भी जोर जरुर लगाएंगे और उनके पास अच्छी खासी टीम मौजूद है और वे भी क्षेत्र को काफी अच्छे से जानते हैं।
वहीं क्षेत्र क्रमांक 1 की बात की जाए तो यहां पर संजय शुक्ला अभी से दाल-बाफले की पार्टियों का आयोजन करना आरंभ कर चुके हैं और दीवाली के बाद से ही उन्होंने सक्रिय होना आरंभ कर दिया था। वर्तमान में हालात यह है कि संजय शुक्ला हर छोटे बड़े आयोजनों में खुद जा रहे हैं और लोगों के साथ आत्मीयता के साथ मिल भी रहे हैं। वे विभिन्न कार्यक्रमों रुक कर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। संजय शुक्ला को लेकर भी यह कहा जा रहा है कि वे सुरेश पचौरी के कोटे से टिकट फिर ले आएंगे वहीं शुक्ला की कुछ मीडिया हाउसेस से नजदीकियां भी हैं जिसके कारण भी वे अपने टिकट को लेकर अभी से आश्वस्त नजर आ रहे हैं। वे बिल्कुल कार्यकर्ताओं के स्तर पर जाकर बात कर रहे हैं और अपने नेटवर्क को और भी बढ़ाने का काम कर रहे हैं। वहीं विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 में वर्तमान विधायक उषा ठाकुर ने बूथ स्तर पर कार्रवाई आरंभ कर दी है। वे कार्यकर्ताओं से मिल रही हैं और जिनकी नाराजगी है वह भी दूर कर रही हैं परंतु विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 में उषा ठाकुर के साथ समस्या यह है कि यहां पर गोपी नेमा और ललित पोरवाल जैसे नेता उनके पीछे लगातार लगे रहते हैं। चुनाव के मौके पर ये नेता टिकट मांगने पहुंच जाते हैं। वहीं इस क्षेत्र में कांग्रेस के पूर्व विधायक अश्विन जोशी की पकड़ काफी अच्छी है और वे भी इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि टिकट उन्हें ही मिलेगा। उन्होंने अपनी पकड़ कई मराठीभाषी क्षेत्रों में बनाना आरंभ कर दी है जो पहले भाजपा के लिए वोट देते थे। कुल मिलाकर कांग्रेस ने क्षेत्र क्रमांक एक, दो और तीन के लिए जिस रणनीति पर काम करना आरंभ किया है वह निश्चित रुप से भाजपा के गढ़ों में सेंध जरुर लगाएगी।