राऊ विधायक का नया दांव क्या रंग लाएगा?

इंदौर। कांग्रेस में इन दिनों कार्यकर्ताओं और आम जनता को किसी न किसी कारण से भोजन करवाने की होड़ सी मची हुई है। क्षेत्र क्रमांक 1 में संजय शुक्ला ने काफी पहले से यह काम आरंभ कर दिया था और अब मोहन सेंगर के बाद राऊ विधायक जीतू पटवारी ने भी भोजन का कार्यक्रम आयोजित किया।
जीतू पटवारी ने शिक्षकों को पार्टी दी और लगभग 1500 शिक्षक नखराली ढाणी पर उपस्थित हुए। इन शिक्षकों के जीतू पटवारी ने पैर भी धोए और भोजन भी करवाया। जीतू पटवारी असल में अपनी पैठ राऊ विधानसभा के उस क्षेत्र में भी करना चाहते हैं जहां पर मराठीभाषी लोग रहते हैं। इस कारण उन्होंने अण्णा महाराज और कोकजे महाराज जैसे महाराजों को भी बुलाया था। इन लोगों का भी पाद पूजन किया गया। इस संपूर्ण कार्यक्रम का उद्देश्य यह था कि राऊ विधानसभा के मराठी बहुल इलाकों में अपनी पैठ बनाना। जीतू पटवारी जानते हैं कि उन्हें राऊ के किसानों का और परंपरागत जातिगत वोटों का सहारा तो मिलता ही रहता है। वे इसके आगे जाकर सोच रहे हैं और उन्होंने मराठीभाषी वोटरों को लुभाना आरंभ कर दिया है। जीतू पटवारी ने यह काम काफी पहले ही आरंभ कर दिया है और जिस प्रकार से उन्होंने संपूर्ण क्षेत्र में अपनी पकड़ बना कर रखी है उससे साफ जाहिर है कि वे अगले विधानसभा चुनावों में कड़ी टक्कर देने के साथ ही अपनी सीट को बरकरार रखना चाहते हैं। वहीं दूसरी ओर मधु वर्मा ने मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम के अध्यक्ष पद का जिम्मा नहीं संभाला है और वर्तमान में मधु वर्मा राऊ विधानसभा चुनाव के लिए टिकट के दावेदार हैं। मधु वर्मा के लिए यह अंतिम बारी है जिसमें वे अपनी चमक-दमक दिखा सकें। इसी क्षेत्र में राजेन्द्र नगर व आसपास के क्षेत्र में मधु वर्मा के छोटे भाई बलराम वर्मा पार्षद हैं और उन्होंने मराठी बहुल क्षेत्र में अच्छी पकड़ बनाई है। वैसे अगर मधु वर्मा को टिकट मिल भी गया तब उनके लिए यह चुनाव भारी पड़ सकते हैं क्योंकि जीतू पटवारी के पास वर्तमान में टीम भी बहुत अच्छी है और वर्तमान में 2014 जैसी मोदी लहर अभी नहीं चल रही है। जीतू पटवारी ने शुरूआत अभी से अच्छी कर दी है और अगले कुछ महीनों में वे अपनी गतिविधियां और तेज करने वाले हैं।