डॉक्टर ने ड्राइवर के 500 टुकड़े कर डाले

होशंगाबाद। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में एक सरकारी डॉक्टर ने ऐसा काम किया कि लोगों के होश उड़ गए। आॅथोपेडिक डॉक्टर ने अपने ड्राइवर को बेहोश कर उसकी हत्या कर दी और आरी से उसके शरीर के 500 से अधिक टुकड़े कर एसिड में डाल दिए। ड्राइवर के लापता होने पर उसके पिता उसे ढूंढते हुए डॉक्टर के घर पहुंचे तो डॉक्टर ने उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं दिया और वहां से भगा दिया। इसके बाद पिता पुलिस को लेकर वहां पहुंचे। पुलिस ने डॉक्टर से पूछताछ की। उसके हावभाव देख कर पुलिस को शंका हुई तो तुरंत घर की तलाशी ली गई। वहां का नजरा देख कर पुलिस भी सकते में आ गई।
पुलिस के अनुसार मृत ड्राइवर का नाम वीरेंद्र पचौरी (30 वर्ष) है। उसकी हत्या के आरोप में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह इटारसी के सरकारी अस्पताल में पदस्थ हैं। पुलिस ने डॉक्टर के घर से एसिड से भरी कैन, चार आरियां और शव के टुकड़े बरामद कर लिए हैं। एडिशनल एसपी राजेश खाखा ने बताया कि डॉक्टर ने शव के 500 से ज्यादा टुकड़े कर दिए थे। वह इन टुकड़ों को बाल्टी, कड़ाही, भगोनों में भरे एसिड में डालकर गलाने की कोशिश कर रहा था। पुलिस के अनुसार यह मामला अवैध संबंध से जुड़ा है। 55 वर्षीय डॉक्टर की पत्नी सुषमा की मृत्यु एक वर्ष पूर्व हो गई थी। उसकी पत्नी बुटिक का काम करती थी। मृतक वीरेंद्र की पत्नी भी बुटिक का कार्य करने सुषमा के पास आती थी। डॉक्टर का कहना है कि वीरेंद्र को शक था कि उसकी पत्नी उससे अवैध संबंध हैं। वह अक्सर मुझे धमकाता रहता था। इससे तंग आकर डॉक्टर ने उसकी हत्या का प्लान बनाया। 3 फरवरी को वीरेंद्र को डॉक्टर ने 16 हजार रुपए प्रतिमाह के वेतन पर अपने यहां ड्राइवर की नौकरी पर रख लिया। इसके बाद वह बाजार से कई बार में थोड़ा-थोड़ा एसिड और चार आरियां खरीद कर लाया। वीरेंद्र के दांत में तकलीफ थी। डॉक्टर ने उसका इलाज करने के बहाने उसे बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया और फिर बाथरुम में ले जाकर उसका गला काट कर हत्या कर दी। इसके बाद आरी से उसके शरीर के टुकड़े कर एसिड में गलाता रहा। जब वह थक गया तो सो गया। अगले दिन सुबह उठ कर ड्यूटी पर गया तथा लौट कर फिर बचे हुए हिस्सों के टुकड़े करने में जुट गया। इसी बीच ड्राइवर के पिता पुलिस को लेकर वहां पहुंच गए और सारा भेद खुल गया। डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि एसिड में टुकड़ों को पूरी तरह गलाने के बाद हड्डियां दूर कहीं नाले में फेंक देता और एसिड को ड्रेनेज लाइन में बहा देता।