चमोली। उत्तराखंड में बादलों का कहर जारी है। मौसम विभाग ने उत्तरकाशी सहित देहरादून, चमोली, पिथौरागढ़, नैनीताल और पौड़ी जिले में 24 घंटे में भारी से भारी वर्षा की चेतावनी दी है। उत्तरकाशी में 13 से अधिक गांव बादल फटने और बाढ़ से प्रभावित हैं। 10 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं जबकि 6 लोग लापता हैं।
मृतकों और लापता लोगों में उत्तरकाशी जिले के मोरी आराकोट क्षेत्र के लोगों की संख्या सर्वाधिक है। घायलों को एयरलिफ्ट कर देहरादून अथवा मोरी और आराकोट के पीएचसी लाया गया। राहत बचाव कार्य के लिए एयरफोर्स से भी मदद मांगी गई है। कृषि मंत्री डा. सुबोध उनियाल एवं उच्च शिक्षा व जनपद प्रभारी मंत्री डा. धनसिंह रावत ने प्रभावित गांवों का जायजा लेने के लिए आराकोट पहुंचे और प्रभावितों का हाल जाना। चारधाम यात्रा में केदारनाथ यात्रा तो जारी है लेकिन बदरीनाथ यात्रा रोक दी गई है। बदरीनाथ हाईवे कंचनगंगा और लामबगड़ में बंद है। सैकड़ों यात्री दोनों ओर फंसे हुए हैं। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह पहाड़ों से पत्थर व मलबा गिरने से यातायात प्रभावित हो रहा है।
नैनीताल के भुजान बेतालघाट मार्ग में दुदोली के पास सड़क से पत्थर हटाने के दौरान लोनिवि के बेलदार गोपालदत्त पर पहाड़ से बड़ा पत्थर आ गिरा। उनका बांया पैर और हाथ हाथ बुरी तरह से कुचल गया। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
रविवार देर रात ऋषिकेश में गंगा नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि त्रिवेणी घाट पर बना आरती स्थल डूब गया। मौसम विभाग ने सोमवार सुबह से अगले 24 घंटे तक देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, नैनीताल और पौड़ी जिले में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बारिश के दौरान लोगों को खतरनाक पहाड़ी रास्तों से बचने की सलाह दी गई है। वहीं विकास नगर में यमुना नदी का पानी कई खेतों में भर गया। इससे फसलें नष्ट हो गई।