मुंबई। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र में बनी महाविकास अघाड़ी सरकार ने बहुमत विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया है। विधानसभा की कार्रवाई का भाजपा विधायकों ने बहिष्कार कर दिया। सदन में विधायकों की गिनती कर बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया पूरी की गई। उद्धव सरकार का 169 विधायकों ने समर्थन किया।
सदन में विश्वासमत हासिल करने की प्रक्रिया के दौरान भाजपा विधायकों ने वॉकआउट किया। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर ने सदन के दरवाजों को बंद करने का आदेश दिया। अशोक चह्वाण और नवाब मलिक ने बहुमत परीक्षण का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। महा विकास अघाड़ी के विधायकों ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया। प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि बहुमत परीक्षण गुप्त मतदान से नहीं होगा बल्कि विधायकों को गिना जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा अध्यक्ष से पूछा कि सत्र की शुरूआत वंदे मातरम से क्यों नहीं हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने प्वॉइंट आॅफ आॅर्डर को जारी करने से इंकार कर दिया। फडणवीस ने मंत्रियों के शपथग्रहण के तरीके पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव किए बगैर बहुमत परीक्षण नहीं कराया जा सकता है। प्रोटेम स्पीकर को भी नियमों को ताक पर रखकर बदल दिया गया। इन सभी आपत्तियों को प्रोटेम स्पीकर ने खारिज कर दिया। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने उद्धव सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रोटेम स्पीकर पद पर कालिदास कोलम्बकर की जगह दिलीप वालसे पाटिल को नियुक्त कर दिया गया जो कानूनी रूप से गलत है। उन्होंने शपथ भी नियमों के अनुसार नहीं ली। यह सरकार सभी नियमों का उल्लंघन कर रही है। इस मामले में हम राज्यपाल के पास याचिका दायर कर रहे हैं। भविष्य में हम सुप्रीम कोर्ट में भी अपील कर सकते हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि डिप्टी सीएम का पद एनसीपी के पास है। नागपुर विधानसभा सत्र के बाद इस पर नियुक्ति की जाएगी। यह सत्र 22 दिसंबर को समाप्त होगा।