शहीद के बेटे ने कहा- हमें आज गर्व है, कल फिर कोई शहीद होगा

चंडीगढ़। भारत-पाक सीमा पर पाकिस्तानी सेना की फायरिंग में शहीद बीएसएफ के हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र सिंह को सोनीपत स्थित उनके पैतृक गांव में शुक्रवार को हजारों लोगों ने अंतिम विदाई दी। नरेंद्रसिंह का शव जम्मू के रामगढ़ सेक्टर में मिला था। पाकिस्तानी सेना ने शव के साथ बर्बरता की थी। मीडिया रिपोटर््स के अनुसार गोली लगने के बाद पाकिस्तान की बैट टीम उन्हें उठा कर पाकिस्तानी सीमा में ले गई। उन्हें बुरी तरह प्रताड़ित किया गया। बाद में उन्हें दो गोलियां और मारी गईं। उनके एक पैर और आंख को भी क्षति पहुंचाई गई। बाद में शव भारतीय सीमा में छोड़ दिया गया।
शहीद जवान को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़े लोगों में पाकिस्तान की हरकत पर बहुत गुस्सा नजर आ रहा था। नरेंद्रसिंह को बिदाई देते समय हर आंख नम थी। पिता की मौत से दु:खी बेटे ने मीडिया से चर्चा में कहा कि पाकिस्तान की बर्बरता पर सरकार तुरंत ऐक्शन ले। यह बात सही है कि हर किसी को तिरंगे में अंतिम विदाई नहीं मिलती लेकिन हम केवल गर्व करके ही नहीं रह सकते। हमें आज गर्व है, कल फिर कोई शहीद होगा और फिर गर्व होगा। हम सरकार से ऐक्शन लेने की मांग करते हैं। शहीद के बेटे ने कहा कि आज हमें गर्व है लेकिन 2-3 दिन बाद क्या होगा, जब हमें कोई सहायता नहीं मिलेगी? मैं और मेरा भाई बेरोजगार हैं। पिताजी परिवार के अकेले कमाऊ सदस्य थे और देश की सेवा करते हुए चले गए। मैं चाहता हूं कि अथॉरिटी हमें वे चीजें मुहैया कराए, जिनकी हमें जरूरत है।