अंतरिक्ष में स्थापित भारत की शक्तिशाली आंख

चेन्नै। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सेंटर से बुधवार सुबह पीएसएलवी सी-47 को लॉन्च किया गया। इस लॉन्च वीइकल से अमेरिका के 13 नैनो सैटलाइट समेत भारत का तीसरी जनरेशन का कार्टोसेट-3 भी लॉन्च किया गया है।
कार्टोसेट को भारत की आंख कहा जा रहा है क्योंकि इसमें दुनिया का सबसे ताकतवर कैमरा लगा है। इसकी मदद से अंतरिक्ष में 509 किलोमीटर की ऊंचाई से पृथ्वी की बेहद साफ तस्वीरें ली जा सकेंगी। यह जमीन पर ऐसी दो चीजों में फर्क भी कर सकता है जिनके बीच की दूरी 25 सेंटीमीटर हो। जमीन से 1 फीट ऊंची चीज को भी यह आसानी से पहचान सकता है। कार्टोसेट से सुरक्षाबलों की स्पेस से निगरानी की क्षमता बढ़ेगी। मल्टी-स्पेक्ट्रम (इलेक्ट्रोमैग्नटिक स्पेक्ट्रम की खास रेंज में आने वाली लाइट) और हाइपर स्पेक्ट्रम (पूरे इलेक्ट्रोमैग्नटिक स्पेक्ट्रम में आने वाली लाइट) को यह कैप्चर कर सकता है। इससे सेना जूम कर दुश्मन के ठिकानों को खोज सकती है। इसकी मदद से इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग, कोस्टल जमीन का इस्तेमाल और नियमन, सड़कों के नेटवर्क को मॉनिटर करने, भौगोलिक स्थितियों में आते बदलाव की पहचान करने से जैसे काम भी किए जा सकेंगे। 1600 किलो का यह सैटलाइट पांच साल तक आर्बिट में रहेगा।