उत्तराखंड का जवान शहीद

श्रीनगर। कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी के कारण एक जवान के शहीद होने के बाद से मामला गरमाया हुआ है। थलसेना अध्यक्ष बिपिन सिंह रावत ने कहा है कि पत्थरबाजों के हमले से जवान शहीद हो गया और इसके बाद भी लोग कहते हैं कि पत्थरबाजों को आतंकियों का सहयोगी (ओवरग्राउंड वर्कर्स) न समझा जाए। आर्मी चीफ ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि भारतीय सेना उससे निपटने के लिए दूसरे विकल्प अपनाने में पूरी तरह सक्षम है।
शहीद जवान का नाम राजेंद्र सिंह निवासी ग्राम बडेना उत्तराखंड है। वे वर्ष 2016 में सेना में भर्ती हुए थे। उनके परिवार में माता-पिता हैं। राजेंद्र सिंह सेना की क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) में थे। गुरुवार को सीमा संगठन (बीआरओ) के काफिले को सुरक्षा प्रदान कर रहे जवान राजेंद्र सिंह पर हमला उस वक्त हुआ, जब काफिला एनएच 44 के पास अनंतनाग बायपास तिराहे से गुजर रहा था। कुछ युवकों ने वाहन पर पथराव किया और सिर पर पत्थर लगने से राजेंद्र घायल हो गए। उन्हें तत्काल प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की गई और 92 बेस अस्पताल पहुंचाया गया। उन्हें सिर में गंभीर चोट आई थी। उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।