जानलेवा निपाह वायरस ने दस्तक दी

नई दिल्ली। जानलेवा वायरस निपाह ने एक बार फिर भारत में दस्तक दे दी है। देश में पहला मरीज केरल में सामने आया है। इसके बाद राज्य सरकार ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
निपाह एक तरह का दिमागी बुखार है, जिसका संक्रमण तेजी से फैलता है। संक्रमण होने के 48 घंटे के भीतर पीड़ित व्यक्ति कोमा में पहुंच जाता है। पीड़ित व्यक्ति को शुरूआत में सांस लेने में दिक्कत होती है, सिर में तेज दर्द होता है और तेज बुखार होता है। केरल में निपाह से पीड़ित छात्र एनार्कुलम जिले का निवासी है। वह इडुक्की जिले में स्थित थोडुपुजा के कॉलेज में पढ़ता है। पिछले दिनों वह त्रिशूर में था। त्रिशूर की जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. रीना के अनुसार छात्र चार दिन ही त्रिशूर में रहा। इसके बाद उसे बुखार आया। उसके साथ 16 अन्य छात्र भी थे और उनमें से 6 छात्र तो उसके साथ ही ठहरे थे। इन सभी को विशेष निगरानी में रखा गया है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने मीडिया से चर्चा में निपाह वायरस से छात्र के संक्रमित होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि 86 मरीजों की जांच की गई थी। इनमें से 1 मरीज में निपाह वायरस की पुष्टि हुई है। पीड़ितों की देखभाल में लगी नर्सों की तबियत भी खराब हो रही है। वे बुखार और गला खराब होने की समस्या से पीड़ित हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि वे इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। राज्य सरकार की मदद के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञों और अधिकारियों की एक टीम केरल भेजी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।