अपराधियों के खिलाफ पर्पल कॉर्नर नोटिस भी

मुंबई। इंटरपोल 192 सदस्य देशों का दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है। इंटरपोल ने हाल ही में पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। इंटरपोल द्वारा सिर्फ रेड कॉर्नर नोटिस ही जारी नहीं किए जाते बल्कि कई तरह के नोटिस जारी किए जाते हैं। इन सभी के रंग अलग-अलग होते हैं। नोटिस जारी होने के बाद आरोपी विश्व के किसी भी देश में छुपा हो वहां की पुलिस उसे गिरफ्तार करती है-

1. रेड कॉर्नर नोटिस : आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए यह नोटिस जारी किया जाता है। यह नोटिस कोर्ट के आदेश के बाद ही जारी किया जा सकता है।
2. ब्लू कॉर्नर नोटिस : आपराधिक जांच के घेरे में आए किसी व्यक्ति की लोकेशन का पता लगाने, पहचान करने या उसके बारे में सूचना एकत्र करने के लिए यह नोटिस जारी किया जाता है।
3. आॅरेंज कॉर्नर नोटिस : सुरक्षा का खतरा होने पर आॅरेंज कॉर्नर नोटिस जारी किया जाता है। यह नोटिस किसी कार्यक्रम, व्यक्ति अथवा वस्तु को लेकर जारी किया जा सकता है।
4. ग्रीन कॉर्नर नोटिस : यह नोटिस किसी व्यक्ति की आपराधिक गतिविधियों को लेकर जारी किया जाता है जो पब्लिक सेफ्टी के लिए संभावित खतरा हो। इसके अलावा ऐसे व्यक्ति जिन्होंने पहले कभी अपराध किया है और जिन पर शक होता है कि वे उस अपराध को दोहरा सकते हैं उन्हें पकड़ने के लिए भी यह नोटिस जारी किया जाता है।
5. ब्लैक कॉर्नर नोटिस : अज्ञात शवों की पहचान और जानकारी के लिए ब्लैक कॉर्नर नोटिस जारी किया जाता है।
6. पर्पल कॉर्नर नोटिस : अपराधियों द्वारा अपराध करने के तरीके, वस्तुओं, उपकरणों और उसे छिपाने के तरीकों के बारे में जानकारी एकत्र करने या पाने के लिए पर्पल नोटिस जारी किया जाता है।
7. येलो कॉर्नर नोटिस : गुमशुदा लोगों की तलाश के लिए यह नोटिस जारी किया जाता है, खासतौर पर नाबालिग और अपहृत बच्चों को लेकर। ऐसे लोग जो खुद की पहचान नहीं बता पाने में सक्षम नहीं होते हैं उनके लिए यह नोटिस जारी किया जाता है।
8. स्पेशल नोटिस : इस नोटिस का रंग हल्का नीला होता है। इसकी शुरूआत वर्ष-2005 में हुई थी और इसे ऐसी किसी संस्था, व्यक्ति या समूह के खिलाफ जारी किया जा सकता है जिस पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रतिबंध लगाए हों।