आतंकी को 18 साल बाद उड़ाया

न्यूयॉर्क। अमेरिकी युद्धपोत पर हमला करने वाले अल-कायदा आतंकी जमाल अल-बदावी को अमेरिका ने 18 साल बाद ढूंढ कर मार डाला। अमेरिकी सेंट्रल कमांड के अधिकारियों के अनुसार अमेरिकी एयरफोर्स को जानकारी मिली थी कि वह यमन में छिपा हुआ है। वह जहां छिपा था एयरफोर्स ने उस ठिकाने को लक्ष्य बना कर हमला किया और उसे उड़ा दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने ट्वीट कर सेना को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि युद्धपोत यूएसएस कोल पर हमला करने वाले अमेरिकी सैनिकों को अब न्याय मिला। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2000 में यमन के समीप अदन की खाड़ी में तेल भराने के लिए रुके अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस कोल पर आतंकियों ने हमला किया था। विस्फोटकों से भरी नाव से युद्धपोत से टकरा दी थी। विस्फोट में युद्धपोत पर सवार 17 सैनिक मारे गए थे तथा 40 गंभीर घायल हो गए थे। इसके बाद से ही अमेरिका उन आतंकियों की तलाश में था जिन्होंने हमले को अंजाम दिया था। वर्ष-2003 में यह जानकारी मिल गई थी कि अलकायदा के आतंकी बदावी ने इस हमले को अंजाम दिया था। अमेरिका ने उसकी गिरफ्तारी पर 35 करोड़ का इनाम घोषित किया था। 2004 में उसने यमन में सरेंडर कर दिया था लेकिन यमन सरकार ने उसे छोड़ दिया था। हमले के बाद लगातार पंद्रह वर्षों तक अमेरिकी गुप्तचर उसे ढूंढते रहे और अंत में उसे खोज निकाला। वह भाग पाता उसके पहले ही उसका अंत कर दिया गया।