लगातार बढ़ सकती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमत

विएना। आॅर्गनाइजेशन आॅफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज (ओपेक) ने तेल उत्पादन में कटौती 2018 के अंत तक जारी रखने का निर्णय लिया है। क्रूड आॅइल की लगातार गिर रही कीमतों को रोकने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के बाद क्रूड आॅइल की कीमतें आने वाले समय में लगातार बढ़ने की संभावना है। इसका असर भारत में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर पड़ेगा। ओपेक नॉन-ओपेक सदस्य देशों के साथ संयुक्त रूप से उत्पादन में कटौती को लेकर भी बैठक होने वाली है। नॉन ओपेक देशों का नेतृत्व रूस करेगा। रूस अंतरराष्ट्रीय क्रूड आॅइल मार्केट को घाटे से उबारने के लिए उत्पादन में कटौती के पक्ष में है। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड आॅइल की कीमत प्रति बैरल 60 डॉलर से ज्यादा हो चुकी है। उधर अमेरिका इस कटौती के पक्ष में नहीं है। रूस को यह भय भी है कि कहीं उत्पादन कटौती के बाद तेल की मांग को पूरा करने के लिए अमेरिका उत्पादन न बढ़ा दे।